Wednesday 31 March 2021

ભારત ની મુખ્ય નદીઓ અને બંધ

💟भारत के प्रमुख बांध एवं नदी परियोजनाएँ

💺1. इडुक्की परियोजना (Idukki Dam) 
- पेरियार नदी (Periyar River)
- केरल (Kerala)

💺2. उकाई परियोजना (Ukai Project) 
- ताप्ती नदी (Tapi river)
- गुुजरात (Gujarat)

💺3. काकड़ापारा परियोजना (Kakrapar project)
 - ताप्ती नदी (Tapi river)
- गुुजरात (Gujarat)

💺4. कोलडैम परियोजना (Koldam project) 
- सतलुज नदी - (Sutlej River)
- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)

💺5. गंगासागर परियोजना (Ganga Sagar project) 
- चम्बल नदी (Chambal River)
- मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)

💺6. जवाहर सागर परियोजना (Jawahar Sagar Project) 
- चम्बल नदी (Chambal River)
- राजस्थान (Rajasthan)

💺7. जायकवाड़ी परियोजना (Jayakwadi project ) 
- गोदावरी नदी (Godavari river)
- महाराष्ट्र (Maharashtra)

💺8. टिहरी बाँध परियोजना (Tehri Dam Project) 
- भागीरथी नदी (Bhagirathi River)
- उत्तराखण्ड (Uttarakhand)

💺9. तिलैया परियोजना (Tilaiya Project) 
- बराकर नदी (Barakar River)
- झारखंड (Jharkhand)

💺10. तुलबुल परियोजना (Tulbul Project) 
- झेलम नदी (Jhelum River)
- जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir)

💺11. दुर्गापुर बैराज परियोजना (Durgapur Barrage Project) 
- दामोदर नदी (Damodar River)
- पश्चिम बंगाल (West Bengal)

💺12. दुलहस्ती परियोजना (Dul Hasti Project ) 
- चिनाब नदी (Chenab River)
- जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir)

💺13. नागपुर शक्ति गृह परियोजना (Nagpur Power Station Project)
- कोराडी नदी (Koradi River) 
- महाराष्ट्र (Maharashtra)

💺14. नागार्जुनसागर परियोजना (Nagarjuna Sagar Project) 
- कृष्णा नदी (Krishna River)
- आन्ध्र प्रदेश (Andhra Pradesh)

💺15. नाथपा झाकरी परियोजना (Nathpa Jhakri project) 
- सतलज नदी (Sutlej River)
- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)

💺16. पंचेत बांध (Panchet Dam) 
- दामोदर नदी (Damodar River)
- झारखंड (Jharkhand)

💺17. पोचम्पाद परियोजना (Pochampad project) 
- महानदी (Mahanadi)
- कर्नाटक (Karnataka)

💺18. फरक्का परियोजना (Farakka project) 
- गंगा नदी (Ganges River )
- पश्चिम बंगाल (West Bengal)

💺19. बाणसागर परियोजना (Bansagar project) 
- सोन नदी (Son River)
- मध्य प्रदेश (Madya Pradesh)

💺20. भाखड़ा नांगल परियोजना (Bhakra Nangal Project) 
- सतलज नदी (Sutlej River)
- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)

💺21. भीमा परियोजना (Bhima Project) 
- पवना नदी (Pavana River)
- तेलंगाना (Telangana)

💺22. माताटीला परियोजना (Matatila project ) 
- बेतवा नदी (Betwa River)
- उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)

💺23. रंजीत सागर बांध परियोजना (Ranjit Sagar Dam Project ) 
- रावी नदी (Ravi River)
- जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir)

💺24. राणा प्रताप सागर परियोजना (Rana Pratap Sagar Project ) 
- चम्बल नदी (Chambal River)
- राजस्थान (Rajasthan)

💺25. सतलज परियोजना (Sutlej Project) 
- चिनाब नदी (Chenab River)
- जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir)

💺26. सरदार सरोवर परियोजना (Sardar Sarovar Project) 
- नर्मदा नदी (Narmada River)
- गुुजरात (Gujarat)

💺27. हिडकल परियोजना (Hidkal project) 
- घाटप्रभा परियोजना (Ghataprabha River)
- कर्नाटक (Karnataka)
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દેશ ની મુખ્ય. ઉત્પાદન કંપની

देश की प्रमुख उत्पादन क्रान्तियां 🌲

🌿हरित क्रांति –खाद्यान्न उत्पादन
🐄श्वेत क्रांति – दुग्ध उत्पादन
🐬नीली क्रांति – मत्स्य उत्पादन
🐌भूरी क्रांति – उर्वरक उत्पादन
🥚रजत क्रांति – अंडा उत्पादन
🍯पीली क्रांति – तिलहन उत्पादन
🛢कृष्ण क्रांति – बायोडीजल उत्पादन
🍅लाल क्रांति – टमाटर/मांस उत्पादन
🦐गुलाबी क्रांति – झींगा मछली उत्पादन
🍛बादामी क्रांति – मासाला उत्पादन
🍋सुनहरी क्रांति – फल उत्पादन
💧अमृत क्रांति – नदी जोड़ो परियोजनाएं
🎲धुसर/स्लेटी क्रांति– सीमेंट
🥔गोल क्रांति– आलू
🌈इंद्रधनुषीय क्रांति– सभी क्रांतियो पर निगरानी रखने हेतु
🌄सनराइज/सुर्योदय क्रांति– इलेक्ट्रॉनिक उद्योग के विकास के हेतु
🌊गंगा क्रांति– भ्रष्टाचार के खिलाफ सदाचार पैदा करने हेतु वाटर मैन ऑफ इंडिया राजेन्द्र सिंह द्वारा
🐜सदाबहार क्रांति– जैव तकनीकी
🎋सेफ्रॉन क्रांति– केसर उत्पादन से
🐌स्लेटी/ग्रे क्रांति–उर्वरको के उत्पादन से
🎍हरित सोना क्रांति– – बाँस उतपादन से
🌽मूक क्रांति– मोटे अनाजों के उत्पादन से
🍴परामनी क्रांति– भिन्डी उत्पादन से
🌵 ग्रीन गॉल्ड क्रांति– चाय उत्पादन से
🌴खाद्द श्रंखला क्रांति– भारतीय कृषकों की 2020 तक आमदनी को दुगुना करने से
🌸 खाकी क्रांति– चमड़ा उत्पादन से
🌕व्हाइट गॉल्ड क्रांति– कपास उत्पादन से
🚏N.H.क्रान्ति- स्वर्णिम चतुर्भुज योजना से

Tuesday 30 March 2021

ભારત ની મુખ્ય નદીઓ

*👉भारत की प्रमुख नदिया* 

1 सिन्धु नदी    
•लम्बाई: (2,880km)
• उद्गम स्थल: मानसरोवर झील के निकट
• सहायक नदी:(तिब्बत) सतलुज, व्यास,
झेलम, चिनाब,रावी, शिंगार,
गिलगित, श्योक जम्मू और कश्मीर, लेह
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2 झेलम नदी
•लम्बाई: 720km
•उद्गम स्थल: शेषनाग झील,
जम्मू-कश्मीर
•सहायक नदी: किशन, गंगा, पुँछ लिदार,करेवाल,सिंध जम्मू-कश्मीर,
कश्मीर
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3 चिनाब नदी
•लम्बाई: 1,180km 
•उद्गम स्थल: बारालाचा दर्रे के निकट
•सहायक नदी: चन्द्रभागा जम्मू-कश्मीर
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*4 रावी नदी*
•लम्बाई: 725 km
•उद्गम स्थल:रोहतांग दर्रा,
कांगड़ा 
•सहायक नदी :साहो, सुइल पंजाब
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*5 सतलुज नदी*
•लम्बाई: 1440 (1050)km  •उद्गमस्थल:मानसरोवर के निकट राकसताल
•सहायक नदी : व्यास, स्पिती,
बस्पा हिमाचल प्रदेश, पंजाब

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*6 व्यास नदी*
•लम्बाई: 470
•उद्गम स्थल: रोहतांग दर्रा  •सहायक नदी:तीर्थन, पार्वती,
हुरला 
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*7 गंगा नदी*
•लम्बाई :2,510 (2071)km  •उद्गम स्थल: गंगोत्री के निकट गोमुख से 
• सहायक नदी: यमुना, रामगंगा,
गोमती,
बागमती, गंडक,
कोसी,सोन,
अलकनंदा,
भागीरथी,
पिण्डार,
मंदाकिनी, उत्तरांचल,
उत्तर प्रदेश,
बिहार
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*8 यमुना नदी*
•लम्बाई: 1375km
•उद्गम स्थल: यमुनोत्री ग्लेशियर
•सहायक नदी: चम्बल, बेतवा, केन,
टोंस, गिरी,
काली, सिंध,
आसन
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*9 रामगंगा नदी*
•लम्बाई: 690km
है•उद्गम स्थल:नैनीताल के निकट एक हिमनदी से 
• सहायक नदी:खोन  
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*10 घाघरा नदी*
•लम्बाई: 1,080 km
•उद्गम स्थल:मप्सातुंग (नेपाल)
• सहायक नदी:हिमनद शारदा, करनली,
कुवाना, राप्ती,
चौकिया, 
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*11 गंडक नदी*
•लम्बाई: 425km
•उद्गम स्थल: नेपाल तिब्बत सीमा पर मुस्ताग के निकट •सहायक नदी :काली गंडक,
त्रिशूल, गंगा
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*12 कोसी नदी*
•लम्बाई: 730km
•उद्गम स्थल: नेपाल में सप्तकोशिकी
(गोंसाईधाम)
•सहायक नदी: इन्द्रावती,
तामुर, अरुण,

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*13 चम्बल नदी*
•लम्बाई: 960 km
•उद्गम स्थल:मऊ के निकट जानापाव पहाड़ी से 
•सहायक नदी :काली सिंध,
सिप्ता,
पार्वती, बनास
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*14 बेतवा नदी*
•लम्बाई: 480km
•उद्गम स्थल: भोपाल के पास उबेदुल्ला गंज के पास मध्य प्रदेश
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*15 सोन नदी*
•लम्बाई: 770 km
•उद्गमस्थल:अमरकंटक की पहाड़ियों से 
•सहायक नदी:रिहन्द, कुनहड़
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*16 दामोदर नदी*
•लम्बाई: 600km
•उद्गम स्थल: छोटा नागपुर पठार से दक्षिण पूर्व 
•सहायक नदी:कोनार,
जामुनिया,
बराकर झारखण्ड,
पश्चिम बंगाल

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*17 ब्रह्मपुत्र नदी*
•लम्बाई: 2,880km
•उद्गम स्थल: मानसरोवर झील के निकट (तिब्बत में सांग्पो)
•सहायक नदी: घनसिरी,
कपिली,
सुवनसिती,
मानस, लोहित,
नोवा, पद्मा,
दिहांग अरुणाचल प्रदेश, असम
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*18 महानदी*
•लम्बाई: 890km
•उद्गम स्थल: सिहावा के निकट रायपुर
•सहायक नदी: सियोनाथ,
हसदेव, उंग, ईब,
ब्राह्मणी,
वैतरणी मध्य प्रदेश,
छत्तीसगढ़,
उड़ीसा
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*19 वैतरणी नदी*
• लम्बाई: 333km
•उद्गम स्थल:क्योंझर पठार उड़ीसा
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*20 स्वर्ण रेखा* 
•लम्बाई: 480km 
•उद्गम स्थल ;छोटा नागपुर पठार उड़ीसा,
झारखण्ड,
पश्चिम बंगाल
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*21 गोदावरी नदी*
•लम्बाई: 1,450km
•उद्गम स्थल: नासिक की पहाड़ियों से  
•सहायक नदी:प्राणहिता,
पेनगंगा, वर्धा,
वेनगंगा,
इन्द्रावती,
मंजीरा, पुरना महाराष्ट्र,
कर्नाटक,
आन्ध्र प्रदेश

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*22 कृष्णा नदी*
•लम्बाई: 1,290km
•उद्गम स्थल: महाबलेश्वर के निकट
•सहायक नदी: कोयना, यरला,
वर्णा, पंचगंगा,
दूधगंगा,
घाटप्रभा,
मालप्रभा,
भीमा, तुंगप्रभा,
मूसी महाराष्ट्र,
कर्नाटक,
आन्ध्र प्रदेश
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23 कावेरी नदी
•लम्बाई: 760km
•उद्गम स्थल: केरकारा के निकट ब्रह्मगिरी 
•सहायक नदी:हेमावती,
लोकपावना,
शिमला, भवानी,
अमरावती,
स्वर्णवती कर्नाटक,
तमिलनाडु
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Sunday 28 March 2021

પ્રજ્ઞા તાલીમ ધોરણ.1 અને 2 નો કાર્યક્રમ

MBBS મા નાપાસ વિધાર્થી ની વાત

પાલનપુર નળાસર ગામ અને દલિત

ચૂઝ રાઈટ સ્પેલિંગ. પ્રમાણ પત્ર

શબ્દ શોધ પ્રમાણ પત્ર

રોસ્ટર

*રોસ્ટર પદ્ધતિ શું છે?*

રોસ્ટર એટલે ગુજરાતીમાં ક્રમ અથવા ક્રમાંક અથવા વારો.

ઉદાહરણ તરીકે સમજીયે તો લોકો કોઈ લાઈનમાં ઉભા હોય ત્યારે તેનો કેટલામો ક્રમ અથવા વારો છે તે સંખ્યા એટલે રોસ્ટર.

આવી જ રીતે દરેક સરકારી નોકરીમાં ખાલ્લી જગ્યાઓ ઉપર ભરતી કરવામાં આવે ત્યારે એક ચોક્કસ કાયદાકીય પ્રક્રિયા દ્વારા SC/ST/OBC/EWS/GEN વગેરે દરેક કેટેગરીની જગ્યાઓ માટે એક ક્રમ નક્કી કરવામાં આવે છે કે કઈ કેટેગરીની કેટલી જગ્યાઓ રહેશે.

ધારો કે કોઈ સરકારી કચેરીમાં એક જગ્યા ઉપર ભરતી કરવાની છે તો તે બિન અનામત રહેશે કે ઓબીસી અનામત રહેશે? કે એસસી / એસટી અનામત રહેશે તે રોસ્ટર પદ્ધતિ દ્વારા નક્કી કરવામાં આવે છે.

ટુંકમા કોઈ પણ સરકારી ભરતીમાં કુલ ખાલી જગ્યાઓમાં દરેક ક્રમ ઉપરની જગ્યા કઈ કેટેગરી માટે અનામત રહેશે તે નક્કી કરવાની કાયદેસરની પ્રક્રિયા એટલે રોસ્ટર ક્રમાંક.

*૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર શું છે ?*

( યુનિવર્સિટી વાર ક્રમાંક )

દેશની કેન્દ્રિય યુનિવર્સિટીઓ જેવી કે, જવાહરલાલ નહેરૂ યુનિવર્સિટી, દિલ્લી વિશ્વવિદ્યાલય, બનારસ હિંદુ યુનિવર્સિટી, હૈદરાબાદ કેંદ્રિય વિશ્વ વિદ્યાલય જેવી અનેક કેન્દ્રિય યુનિવર્સિટીઓમાં ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર વ્યવસ્થા અમલમાં હતી.

૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર વ્યવસ્થા મુજબ કેન્દ્રિય વિશ્વવિદ્યાલયને જ અનામત નક્કી કરવાનું એકમ માનવામાં આવતુ જે મુજબ ૪૯.૫% અનામત અને ૫૦.૫% બિન અનામત જગ્યાઓ ભરવામાં આવતી હતી.

યુનિવર્સિટીના અલગ અલગ વિભાગમાં કામ કરતા આસિસ્ટન્ટ પ્રોફેસર, અસોસિયેટ પ્રોફેસર અને પ્રોફેસરની યુનિવર્સિટીમાં કુલ જગ્યાઓ ઉપર અનામતની કેટેગરીની ગણતરી કરવામાં આવતી હતી.

દરેક ભરતીમાં ઓબીસી માટે ૨૭%, એસસી માટે ૧૫% અને એસટી માટે ૭..૫% અનામતની વ્યવસ્થા છે મતલબ કે ૧૦૦ જગ્યાઓ ઉપર ભરતી હોય તો એસટી માટે ૭.૫ જગ્યાઓ અનામત રાખવી પડે. 

પરંતુ ૦.૫ નામની કોઈ જગ્યા હોતી નથી એટલે જો ૮ કરવામાં આવે તો બંધારણની ૫૦% અનામતની વ્યવસ્થાનો ભંગ થાય અને જો ૭ કરવમાં આવે તો એસટી કેટેગરીને અન્યાય થાય માટે એસટી અનામતમાં ૦.૫% નુ નિરાકરણ લાવવા માટે ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર સિસ્ટમ લાગુ કરવામાં આવી જ્યા ૨૦૦ X 7.5 કરવાથી ૨૦૦ જગ્યામાંથી એસ.ટી માટે ૧૫ જગ્યાઓ અનામત રહી શકે.

*૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર કઈ રીતે લાગું થાય ?*

આ ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર વ્યવસ્થા મુજબ કુલ જગ્યાઓની દરેક ૧-૨-૩ જનરલ, ૪ -ઓબીસી, ૫-૬ જનરલ, ૭-એસ.સી, ૮- ઓબીસી, ૯-૧૦-૧૧- ૧૨-ઓબીસી, ૧૩ જનરલ, ૧૪-એસ.ટી, ૧૫-એસ.સી, ૧૬-ઓબીસી માટે એવી રીતે ૨૦૦ સુધી અનામતની વ્યવસ્થા કરવામાં આવે અને ૨૦૦ જગ્યાઓ પુરી થાય એટલે ફરીથી એકથી ચાલુ કરવામાં આવે.

ધારો કે ત્રણ જગ્યાઓ છે તો ત્રણેય બિન અનામત, ચાર જગ્યા છે તો ત્રણ બિન અનામત અને ચોથી ઓબીસી અનામત, પાંચ જગ્યા છે તો એક જગ્યા ઓબીસી અને ચાર અનામત, છ જગ્યા હોય તો પાંચ બિન અનામત અને એક ઓબીસી, સાત જગ્યા હોય તો પાંચ બિન અનામત એક ઓબીસી અને એક એસ.ટી અનામત લાગું પડે આવી રીતે જેટલી જગ્યાઓ હોય ત્યાં સુધી ગણતરી કરવામાં આવે અને ૨૦૦ કરતા વધુ જગ્યા હોય ત્યાં ૨૦૦ પુરા થયા બાદ ફરીથી ગણતરી કરવામાં આવે.

*૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટર શું છે ?*

 ( વિભાગ વાર /વિષય વાર ક્રમાંક )

૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટરમાં કુલ જગ્યાઓનું એકમ વિભાગ અથવા વિષય માનવામાં આવે છે. 

૧૩ પોઈન્ટ મુજબ ખાલી જગ્યાઓના દરેક ક્રમાંકમાં ૧-૨-૩ જનરલ માટે, ૪-ઓબીસી માટે, ૫-૬ જનરલ, ૭-એસસી, ૮-ઓબીસી, ૯-૧૦-૧૧-૧૨-૧૩ જનરલ કેટેગરી માટે આવી રીતે અનામત નક્કી કરવામા આવશે. 

૧૩નું એક ચક્કર પુરુ થાય એટલે ફરીથી એકથી ચાલુ કરીને અનામત અને જનરલ જગ્યાઓ નક્કી કરવામાં આવે છે.

૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટરમાં ૧૩ જગ્યાઓ હોય ત્યાં સુધી એસ.ટી કેટેગરી માટે કોઈ જગ્યા અનામત આવતી નથી.

*શું છે સમગ્ર વિવાદ ?*

વર્ષ ૨૦૧૭ માં અલ્હાબાદ હાઈકોર્ટે એક ચુકાદો આપ્યો હતો કે યુનિવર્સિટીમાં પ્રોફેસરોની ભરતી યુનિવર્સિટીને એકમ માનવાના બદલે વિભાગ અથવા વિષયને એકમ માનીને કરવામાં આવે.

આ બાબતને ઉદાહરણ દ્વારા સમજવી હોય તો ધારો કે એક યુનિવર્સિટીમાં હિંદી વિભાગમાં – ૫, અંગ્રેજી વિભાગમાં – ૩, રાજ્યશાસ્ત્ર વિભાગમાં – ૨, મનોવિજ્ઞાન વિભાગ – ૪, સંસ્કૃત વિભાગમાં – ૩ જગ્યાઓ ખાલી હોય તો ભરતી કરવા માટે કુલ જગ્યાઓ – ૧૭ જગ્યાઓ ઉપર ૫૦% અનામતની ગણતરી કરવના બદલે અલગ અલગ વિભાગ વાર જગ્યાઓ ઉપર અનામતની ગણતરી કરવામાં આવે આ પદ્ધતિને ૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટર કહેવામાં આવે છે.

૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટરમાં પ્રથમ ૩ જગ્યાઓ જનરલ હોય છે અને પ્રત્યેક ચોથી જગ્યા ઓબીસી હોય છે.

હવે જો ૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટરમાં વિષયવાર અનામતની ગણતરી કરવામાં આવે તો હિંદી વિભાગમાં એક ઓબીસી, અંગ્રેજીમાં તમામ જનરલ, રાજ્યશાસ્ત્રમાં તમામ જનરલ, મનો વિજ્ઞાનમાં તમામ જનરલ, સંસ્કૃતમાં તમામ જનરલ.

આમ ૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટર મુજબ કુલ – ૧૭ જગ્યાઓમાં ૧૫ જનરલ અને ફક્ત ૨ ઓબીસી તેમજ એસ.સી/એસ.ટી માટે કોઈ જગ્યા વધે નહી. 

માટે બંધારણની ૫૦% જોગવાઈ મુજબ ૧૭ ÷ ૨ = ૭.૫ જગ્યાઓ અનામત રહેવી જોઇયે એના બદલે ફક્ત ૨ ઓબીસી અનામત થાય.

હવે જો ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર મુજબ જોઈયે તો જગ્યાઓને વિષયવાર ગણવાને બદલે એક યુનિવર્સિટીમાં અલગ અલગ વિભાગની કુલ ૧૭ જગ્યાઓ ખાલી ગણાવમાં આવે અને ૧૭ જગ્યાઓ ઉપર ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર મુજબ ૧-૨-૩ જનરલ, ૪ -ઓબીસી, ૫-૬ જનરલ, ૭-એસ.સી, ૮- ઓબીસી, ૯-૧૦-૧૧-જનરલ, ૧૨-ઓબીસી, ૧૩ જનરલ, ૧૪-એસ.ટી, ૧૫-એસ.સી, ૧૬-ઓબીસી, ૧૭-જનરલ ગણાય. 

આમ ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર મુજબ ૧૭ માંથી ૪-ઓબીસી, ૨-એસસી, ૧-એસટી, ૧૦-જનરલ આવી રીતે અનામત ફાળવણી થાય.

*SC/ST/OBC ને કઈ રીતે થાય અન્યાય ?*

મોટા ભાગે યુનિવર્સિટી કક્ષાએ મોટી ભરતીઓ આવતી નથી અને પ્રોફેસર કક્ષાએ તો માંડ બે પાંચ સાત જગ્યાઓ ઉપર ભરતી આવતી હોય છે માટે ધારો કે કોઈ યુનિવર્સિટીમાં અલગ અલગ વિષયમાં પ્રોફેસરની ૧૫ જગ્યા ખાલી હોય તો ૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટર મુજબ તમામ જગ્યાઓ જનરલ કેટેગરી થઈ જાય અને જો ૨૦૦ પોઈન્ટ રોસ્ટર મુજબ ગણવામાં આવે તો ૧૫માંથી ૯-જનરલ, ૨-એસસી, ૧-એસટી, ૩-ઓબીસી મુજબ લાભ મળી શકે.

ટુંકમાં ૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટર સિસ્ટમના કારણે યુનિવર્સિટી લેવલ પર એસ.સી/ એસટી/ ઓબીસી અને આર્થિક અનામત તેમજ વિકલાંગો માટેની અનામત બિલકુલ નહિવત થઈ જાય, લગભગ જગ્યાઓ જનરલ કેટેગરીની બની જાય.

વધુમાં ૧૩ પોઈન્ટ રોસ્ટરના કારણે વિકલાંગોને નોકરી મળવાની સંભાવના શુન્ય થઈ જાય છે તેમજ એસટી કેટેગરીની જગ્યાઓ બિલકુલ ઘટી જાય છે.

Saturday 27 March 2021

બૌદ્ધ ધર્મ વિશે

🔴✔️ बौद्ध धर्म  🔴✔️

❖ बौद्ध धर्म के संस्थापक - गौतम बुद्ध

❖ चतुर्थ बौद्ध संगीति के उपाध्यक्ष - अश्वघोष

❖ महात्मा बुद्ध की जन्म स्थली लुम्बिनी वन किस महाजनपद के अंतर्गत आती थी - कोशल महाजनपद

❖ महात्मा बुद्ध की शौतेली माता का नाम - प्रजापति गौतमी

❖ बुद्ध के प्रथम दो अनुयायी - काल्लिक तथा तपासु

❖ बुद्ध ने कितने वर्ष की अवस्था में गृह त्याग किया - 29 वर्ष की आयु में

❖ महात्मा बुद्ध द्वारा दिया गया अंतिम उपदेश - सभी वस्तुएँ क्षरणशील होती हैं अतः मनुष्य को अपना पथ-प्रदर्शक स्वयं होना चाहिए।

❖ किसे Light of Asia के नाम से जाना जाता है - महात्मा बुद्ध

❖ चतुर्थ बौद्ध संगीति किसके शासनकाल में हुई - कनिष्क (कुषाण वंश) के शासनकाल में

❖ बौद्ध धर्म के त्रिरत्न - बुद्ध, धम्म, संघ

❖ महात्मा बुद्ध की माता का नाम - मायादेवी

❖ बुद्धकाल में वाराणसी क्यों प्रसिद्ध था - हाथी दाँत के लिए

❖ तृतीय बौद्ध संगीति कहाँ, कब तथा किसकी अध्यक्षता में हुई - पाटलिपुत्र में, 251
 ई.पू.में, मोग्गलिपुत्त तिस्स की अध्यक्षता में


❖ गौतम बुद्ध का जन्म कब हुआ - 563 ई.पू.

❖ जिस स्थान पर बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई वह स्थान - बोधगया

❖ चतुर्थ बौद्ध संगीति के आयोजन का उद्देश्य - बौद्ध धर्म का दो समप्रदायों में विभक्त होना – हीनयान तथा महायान।

❖ बुद्धकाल में पत्थर का काम करने वाले कहलाते थे - कोहक

❖ गौतम बुद्ध के पिता का नाम - शुद्धोधन

❖ गौतम बुद्ध के बेटे का नाम - राहुल

❖ बौद्ध साहित्य में प्रयुक्त संथागार शब्द का तात्पर्य - राज्य संचालन के लिये गठित परिषद

❖ गौतम बुद्ध का जन्म स्थान - कपिलवस्तु का लुम्बिनी नामक स्थान में

❖ बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश कहाँ दिया - सारनाथ

❖ महात्मा बुद्ध के गृह त्याग की घटना क्या कहलाती है - महाभिनिष्क्रमण

❖ तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन किसके शासनकाल में हुआ - सम्राट अशोक (मौर्य वंश) के शासनकाल में

❖ महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम - सिद्धार्थ

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શાળા ના ચબૂતરા ની સફાઈ મને પાણી પાતા જોઈને આ ભાઈ પણ મને મદદરૂપ થવા આવ્યા

શેરી શિક્ષણ મરજીયા જાવીદભાઇ ઢુકકા ના ઘેર