Saturday, 29 May 2021

बाबर1. मुगल साम्राज्य की स्थापना बाबर ने की।2. 14 फरवरी 1463 को फरगाना में जहीरूद्दीन मुहम्मद बाबर का जन्म हुआ।3. बाबर का परिवार तुर्की जाति के चगतार्इ वंश के अतंर्गत था।4. 11 साल की अल्पायु मे 1494 र्इ. में मांवरा उन्नहर की एक छोटी सी रियासत फरगना का शासक बना।बाबर ने अपना राज्यभिषेक अपनी दादी ऐसान दौलत बेगम के सहयोग से करवाया।5. बाबर ने मिर्जा की उपाधि त्याग कर नर्इ उपाधि पादशाह धारण की।6. बाबर का भारत के विरूद्ध किया गया पहला अभियान 1519 र्इ. में युसुफजार्इ जाति के विरूद्ध था।बाबर का प्रथम अभियान था जिसमें उसने तोपखाने का प्रयोग किया था।(बाजौर और भेरा पर अधिकार के लिए प्रयोग)7. इब्राहिम लोदी एवं बाबर के मध्य लड़ा गया (21 अप्रैल 1526) पानीपत के युद्ध में बाबर ने पहली बार प्रसिद्ध तुलगमा युद्ध नीति एवं तोपखाने का प्रयोग किया।8. बाबर ने युद्ध मे दो प्रसिद्ध निशानेबाज उस्ताद अली और मुस्तफा की सेवाये ली।9. हुमायू को वह कोहिनूर हीरा प्राप्त हुआ जिसे उसने ग्वालियर नेरश राजा विक्रमाजीत से छिना था।10. भारत विजय के ही उपलक्ष्य में बाबर ने प्रत्येक काबूल निवासी को एक-एक चॉदी के सिक्के उपहार में दिए। इसी उदारता के कारण उसे कलन्दर की उपाधि दी गर्इ।11. बाबर ने राणा सांगा के विरूद्ध जिहाद का नारा दिया था।12. खानवा के युद्ध को जीतने के बाद बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की।13. 27 दिसम्बर 1530 को बाबर की मृत्यु आगरे में हो गर्इ आयु लगभग 48 साल की होगी।14. बाबर के शव को आगरे के आराम बाग में रखा गया पर अतिंम रूप से काबुल के एक मनमोहक स्थान पर दफना दिया गया।15. सम्भवत: बाबर कुषाणो के बाद पहला शासक था जिसने काबुल और कंधार को अपने पूर्ण नियंत्रण में रखा।16. बाबर ने तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा बाबरनामा की रचना की।17. बाबरनामा का फारसी भाषा में अब्दुल रहीम खानखाना ने किया।18. अग्रेजी मे अनुवाद लीडेन एवे एर्सकिन ने 1826 में की।19. एनिरा बेबरिज ने इसका एक संशोधित अंग्रजी सस्करण निकाला।20. बाबर को मुबइयान नामक पद्य शैली का भी जन्मदाता माना जाता है।

बाबर

1. मुगल साम्राज्य की स्थापना बाबर ने की।
2. 14 फरवरी 1463 को फरगाना में जहीरूद्दीन मुहम्मद बाबर का जन्म हुआ।
3. बाबर का परिवार तुर्की जाति के चगतार्इ वंश के अतंर्गत था।
4. 11 साल की अल्पायु मे 1494 र्इ. में मांवरा उन्नहर की एक छोटी सी रियासत फरगना का शासक बना।
बाबर ने अपना राज्यभिषेक अपनी दादी ऐसान दौलत बेगम के सहयोग से करवाया।
5. बाबर ने मिर्जा की उपाधि त्याग कर नर्इ उपाधि पादशाह धारण की।
6. बाबर का भारत के विरूद्ध किया गया पहला अभियान 1519 र्इ. में युसुफजार्इ जाति के विरूद्ध था।
बाबर का प्रथम अभियान था जिसमें उसने तोपखाने का प्रयोग किया था।(बाजौर और भेरा पर अधिकार के लिए प्रयोग)
7. इब्राहिम लोदी एवं बाबर के मध्य लड़ा गया (21 अप्रैल 1526) पानीपत के युद्ध में बाबर ने पहली बार प्रसिद्ध तुलगमा युद्ध नीति एवं तोपखाने का प्रयोग किया।
8. बाबर ने युद्ध मे दो प्रसिद्ध निशानेबाज उस्ताद अली और मुस्तफा की सेवाये ली।
9. हुमायू को वह कोहिनूर हीरा प्राप्त हुआ जिसे उसने ग्वालियर नेरश राजा विक्रमाजीत से छिना था।
10. भारत विजय के ही उपलक्ष्य में बाबर ने प्रत्येक काबूल निवासी को एक-एक चॉदी के सिक्के उपहार में दिए। इसी उदारता के कारण उसे कलन्दर की उपाधि दी गर्इ।
11. बाबर ने राणा सांगा के विरूद्ध जिहाद का नारा दिया था।
12. खानवा के युद्ध को जीतने के बाद बाबर ने गाजी की उपाधि धारण की।
13. 27 दिसम्बर 1530 को बाबर की मृत्यु आगरे में हो गर्इ आयु लगभग 48 साल की होगी।
14. बाबर के शव को आगरे के आराम बाग में रखा गया पर अतिंम रूप से काबुल के एक मनमोहक स्थान पर दफना दिया गया।
15. सम्भवत: बाबर कुषाणो के बाद पहला शासक था जिसने काबुल और कंधार को अपने पूर्ण नियंत्रण में रखा।
16. बाबर ने तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा बाबरनामा की रचना की।
17. बाबरनामा का फारसी भाषा में अब्दुल रहीम खानखाना ने किया।
18. अग्रेजी मे अनुवाद लीडेन एवे एर्सकिन ने 1826 में की।
19. एनिरा बेबरिज ने इसका एक संशोधित अंग्रजी सस्करण निकाला।
20. बाबर को मुबइयान नामक पद्य शैली का भी जन्मदाता माना जाता है।

No comments:

Post a Comment